न होगा तेरा अंत

न होगा तेरा अंत

क्या करूँ? क्या करूँ?
जो घटनाएँ चिपके नहीं
धूल की तरह झड़ जाएँ
धूल से धूल कैसे झड़े?
धूल से धूल कैसे अड़े?
खंभा-चौखंभा तक
धूल में मिल जाए
तो, बोलो कोई क्या करे?

दाँतों का हरजाना
आँखों से कैसे भरें?
मुझ पराधीन को
सपने में ही सुख है।
बच्चा, तुझे क्या दु:ख है?
मेरा सपना वापस करो
गुरु जी महाराज!
तंग आ गया हूँ मैं
बेमतलब रोने
और बेमतलब हँसने से
बेमतलब बोने
और, बेमतलब फँसने से
मैं मरूँगा दुखी।
बच्चा गोबर्धनदास!
तू क्यों होता उदास?
अभी न होगा तेरा अंत!


Image: Judas regret
Image Source: WikiArt
Artist: Jose Ferraz de Almeida Junior
Image in Public Domain