होली

होली

साजन, होली आई है!
सुख से हँसना, जी भर गाना
मस्ती से मन को बहलाना
मस्ती से मन को बहलाना
पर्व हो गया आज–
साजन, होली आई है
हँसाने हमको आई है!

साजन, होली आई है।
इसी बहाने क्षण भर गा लें
दुःखमय जीवन को बहला लें
ले मस्ती की आग–
साजन, होली आई है
जगाने जग को आई है!

साजन, होली आई है!
रंग उड़ाती मधु सरसाती
कण-कण में यौवन विखराती
ऋतु वसंत का राज–
लेकर होली आई है
जिलाने हमको आई है!

साजन, होली आई है!
खूनी और बर्बर लड़कर-मरकर
मथकर नर-शोषित का सागर
पा न सका है आज–
सुधा व हमने पाई है
साजन, होली आई है!

साजन, होली आई है!
यौवन की जय, जीवन की लय
गूँज रहा है मोहक मधुमय
उड़ते रंग गुलाल–
मस्ती जग में छाई है

साजन, होली आई है!


Image: Handcoloured engravings
Image Source: Wikimedia Commons
Artist: Frederic Shoberl from his work ‘The World in Miniature_Hindoostan’. London_R. Ackerman, 1820’s.
Image in Public Domain