तनी दीहऽ कोदार
- 1 September, 1950
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- 1 September, 1950
तनी दीहऽ कोदार
भोजपुरी
बूढ़ा बाप बेटे से कुदाल माँग रहा है खेत का कोना कोड़ने के लिए। क्योंकि वहाँ हल नहीं पहुँच पाता।
कोना ना लागल बा हरवा हो
तनी दीहऽ कुदार।
अबहीं तक ना भूसा घास काम पड़ल बाटे पचास
बबुआ देखऽ घरवा हो–तनी.
हेंगा दे के हमहूँ अइनी का हम कहीं बहुत बुढ़इनी
करवा पर बा करवा हो–तनी.
अबहीं तक ना मुँह में पानी कवना बल पर कूदीं फानीं
कठिन महिना कुवरवा हो–तनी.
जिनगी के अब साँझ भइल केहूँ तरे दिनवाँ गइल
अइनी मुए किनरवा हो–तनी.