नई धारा के लेखक
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श्रवणकुमार गोस्वामी
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श्रवणकुमार गोस्वामी
श्रवणकुमार गोस्वामी द्वारा कुछ लेख
कृष्णनारायण प्रसाद ‘मागध’
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कृष्णनारायण प्रसाद ‘मागध’
कृष्णनारायण प्रसाद ‘मागध’ द्वारा कुछ लेख
अशोक चक्रधर
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अशोक चक्रधर
कवि, व्यंगकार
अशोक चक्रधर द्वारा कुछ लेख
कामेश्वर सिंह ‘मस्त’
जितेंद्र कुमार
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जितेंद्र कुमार
कवि
जितेंद्र कुमार द्वारा कुछ लेख
गुलाब
उदय राज सिंह
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उदय राज सिंह
हिंदी के तपोनिष्ठ साहित्य-साधक उदय राज सिंह का जन्म सूर्यपुरा (रोहतास) राजवंश में 5 नवंबर, 1921 ई. को हुआ। अल्पवय से ही उदय राज सिंह में साहित्य के प्रति रुचि थी। अपने छात्र जीवन में ही उन्होंने ‘विकास’ और ‘सौरभ’ नामक हस्तलिखित पत्रिका का संपादन किया था। जब वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र थे, तभी से कहानी, एकांकी, उपन्यास आदि की रचना उन्होंने शुरू कर दी और मृत्युपर्यंत अविराम लिखते रहे। उनकी अब तक की प्रकाशित पुस्तकें हैं–‘नवतारा’ (कहानी एवं एकांकी), ‘अधूरी नारी’, ‘रोहिणी’, ‘भूदानी सोनिया’, ‘कुहासा और आकृतियाँ’ (उपन्यास), ‘उदय राज सिंह की कहानियाँ’ (कहानी संग्रह), ‘मुस्कुराता अतीत’, ‘यादों की चादर’ (संस्मरण), ‘सफरनामा’ (यात्रा), ‘परिक्रमा’ (यात्रावृत), ‘गाँव के खिलौने’ (स्केच), ‘अनमोल रत्न’ (दो खंड) आदि। अंतिम पुस्तक को छोड़कर उनकी सभी रचनाएँ ‘उदय राज रचनावली’ के नाम से तीन खंडों में प्रकाशित हो चुकी हैं। ‘भूदानी सोनिया’ आचार्य बिनोवा भावे के भूदान आंदोलन को लेकर लिखा गया उपन्यास है, जिसकी भूमिका लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने लिखी है। ‘उजालों के बीच’ बिहार आंदोलन पर आधारित उपन्यास है। इनका लगभग पूरा का पूरा लेखन सामाजिक-सामयिक समस्याओं पर केंद्रित है, जिसकी सराहना साहित्य के महारथियों ने समय-समय पर की है। इन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही विज्ञान में स्नातक (1942) किया, फिर वहीं एम. ए. में पढ़ते हुए अगस्त-क्रांति में कूद पड़े। उसी दौरान श्री जयप्रकाश नारायण, श्रीमती सुचेता कृपलानी, श्री हेमवती नंदन बहुगुणा जैसे राजनेताओं के संपर्क में तो आए ही, अन्य भूमिगत क्रांतिकारी नेताओं के संपर्क में भी आकर इन्होंने काम किया। स्वतंत्रता-प्राप्ति के पश्चात ‘अशोक प्रेस’ की स्थापना कर ‘नई धारा’ पत्रिका का संचालन-प्रकाशन करने लगे, जिसके आद्य संपादक थे रामवृक्ष बेनीपुरी। वे बिहार राष्ट्रभाषा परिषद की अनेक समितियों में ये सदस्य रहे। ‘राजेंद्र साहित्य परिषद’ तथा ‘समय संवाद’ के अध्यक्ष भी रहे। उस दौर के अनेक साहित्यिक संस्थानों से संबद्ध होने का भी इन्हें अवसर मिला। अनेक समारोह में दिए इनके भाषण, पत्र-पत्रिकाओं-ग्रंथों में प्रकाशित तथा आकाशवाणी से प्रसारित इनकी रचनाएँ पर्याप्त प्रसिद्धि प्राप्त कर चुकी हैं। ‘भूदानी सोनिया’ को राजस्थान विश्वविद्यालय ने अपने बी. ए. के पाठ्यक्रम में रखा, तो ‘अँधेरे के विरुद्ध’ को मगध विश्वविद्यालय ने बी. ए. हिंदी ऑनर्स में जगह दी। 1972 में इसी उपन्यास को उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया, तो बिहार सरकार के राजभाषा विभाग ने भी बहुत पहले हिंदी सेवी के रूप में इन्हें सम्मानित किया था। राजभाषा विभाग ने अपने एक लाख इक्यावन हजार के सर्वोच्च पुरस्कार ‘डॉ. राजेंद्र प्रसाद शिखर सम्मान’ से इन्हें समलंकृत किया। कलकत्ते से प्रकाशित हिंदी की प्रथम पत्रिका ‘उदंत मार्तंड’ की डेढ़ सौवीं जयंती मनायी गयी, तो उस अवसर पर इन्हें बंग हिंदी साहित्य परिषद् द्वारा ‘संपादक शिरोमणि’ की मानद उपाधि से विभूषित किया गया था। साहित्यकार-पत्रकार के रूप में इनकी सारस्वत साधना का सम्मान अनेक अवसरों पर हुआ। 20 जून, 2004 को ये अपनी काया से मुक्त हो गोलोकवासी हो गए।
उदय राज सिंह द्वारा कुछ लेख
इलाचंद्र जोशी
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इलाचंद्र जोशी
जन्म-13 दिसंबर, 1902 (अल्मोड़ा, उत्तराखंड); विधाएँ-कविता, कहानी, उपन्यास,निबंध, आलोचना एवं संस्मरण; रचनाएँ- ‘विजनवती’ (कविता); ‘घृणामयी’, ‘सन्यासी’, ‘परदे की रानी’, ‘प्रेत और छाया’, ‘निर्वासित’, ‘मुक्तिपथ’, ‘सुबह के भूले’, ‘जिप्सी’, ‘जहाज का पंछी’, ‘ऋतुचक्र’, ‘भूत का भविष्य’, ‘कवि की प्रेयसी’ (उपन्यास); ‘धूपलता’, ‘दिवाली औए होली’, ‘रोमांटिक छाया’, ‘आहुती’, ‘खंडर की आत्माएँ’, ‘डायरी के नीरस पृष्ट’, ‘कँटीले फूल’, ‘लजीले काँटे’, ‘मेरी प्रिय कहनियाँ’ (कहानी संग्रह); ‘साहित्य सृजना’, ‘साहित्य संतरण’, ‘विवेचन’, ‘विश्लेषण’, ‘साहित्य चिंतन’ (निबंध) ‘शरत् : व्यक्तित्व और कलाकार’, ‘रवींद्रनाथ ठाकुर’ (आलोचना); ‘गोर्की के संस्मरण’ (संस्मरण); पुरस्कार- ‘प्रेमचंद पुरस्कार’ और ‘साहित्य वाचस्पति की उपाधि’।
इलाचंद्र जोशी द्वारा कुछ लेख
शिवमूर्ति शिव
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शिवमूर्ति शिव
कवि
शिवमूर्ति शिव द्वारा कुछ लेख
रामस्वरूप वित्थारिया ‘विकल’
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रामस्वरूप वित्थारिया ‘विकल’
आलोचक
रामस्वरूप वित्थारिया ‘विकल’ द्वारा कुछ लेख
अजितनारायण सिंह ‘तोमर’
मदन वात्स्यायन
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मदन वात्स्यायन
कवि, कहानीकार
मदन वात्स्यायन द्वारा कुछ लेख
योगेंद्र नाथ सिन्हा
शिल्पा शिवन
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शिल्पा शिवन
शिल्पा शिवन द्वारा कुछ लेख
विनीता सिंह
हृषीकेश पाठक
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हृषीकेश पाठक
हृषीकेश पाठक द्वारा कुछ लेख
प्रो. रामचरण महेंद्र
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प्रो. रामचरण महेंद्र
आलोचक
प्रो. रामचरण महेंद्र द्वारा कुछ लेख
श्यामनंदन ‘किशोर’
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श्यामनंदन ‘किशोर’
कवि
श्यामनंदन ‘किशोर’ द्वारा कुछ लेख
इंद्र बहादुर खरे
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इंद्र बहादुर खरे
इंद्र बहादुर खरे द्वारा कुछ लेख
गिरिधर गोपाल
गौरीशंकर लहरी
जगन्नाथ प्रसाद मिलिंद
स्वामी शिवानंद सरस्वती
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स्वामी शिवानंद सरस्वती
स्वामी शिवानंद सरस्वती द्वारा कुछ लेख
प्रो. जयनारायण
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प्रो. जयनारायण
अनुवादक एवं आलोचक
प्रो. जयनारायण द्वारा कुछ लेख