वक्त होता है
वक्त होता है जब पत्थर का नहीं पानी का स्पर्श भी बहुत सख्त होता है और जैसा एक बुजुर्ग कवि कह गया है
वक्त होता है जब पत्थर का नहीं पानी का स्पर्श भी बहुत सख्त होता है और जैसा एक बुजुर्ग कवि कह गया है
आपके जैसा तो शृंगार नहीं कर सकते खुद को हम इतना भी तैयार नहीं कर सकते मैन टू मैन डिफर करता है नेचर अपना सब से हम एक सा व्यवहार…
मुझे बचपन से कोई आना अच्छा नहीं लगतान जाने क्यूँ मुझे चेहरा मेरा अच्छा नहीं लगता अगर तुम हँस नहीं सकते तो थोड़ा मुस्कुरा तो दोकोई भी फूल मुरझाया हुआ…
शिशु अजनबी को देखकर मुस्कुराता है अस्फुट संकेतात्मक भाषा में संवाद-सेतु स्थापित करता है शिशु मनुष्य को नहीं मनुष्यता को पहचानता है! Image name: Study of little child Image Source:…
अपने शहर में हमअपने घर में रहते हैं दूसरे शहर मेंहमारा घरहमारे भीतर रहता है। Image name: Cathedral of Freiburg in SwitzerlandImage Source: WikiArtArtist: August MackeThis image is in public…