जिस्मों में गरमाहट है
जिस्मों में गरमाहट है रिश्तों में कड़वाहट है दिल बेचैन है मिलने को मिलने में घबराहट है मन की बात बताने में दोनों को हकलाहट है उसका भी जी ऊब…
जिस्मों में गरमाहट है रिश्तों में कड़वाहट है दिल बेचैन है मिलने को मिलने में घबराहट है मन की बात बताने में दोनों को हकलाहट है उसका भी जी ऊब…
मेरे यार तूने सहारा दिया है मुझे प्यार सारा का सारा दिया है मुसीबत की हालत में पतवार बनकर सफीने को मेरे किनारा दिया है किसी ने बनाए फलक, चाँद…
तुम मुसाफ़त को आसान रखना कम-से-कम अपना सामान रखना लोग मुझको डराने लगे हैं अब हथेली पे है जान रखना भर रहे हो भरो तुम तिजोरी दान पेटी में भी…
मुहब्बत में तुझे ठोकर लगी है तो ग़लत क्या है मैं हूँ हमदर्द आँखों में नमी है तो ग़लत क्या है यही होता है कि इनआम मिलता है मशक्कत का…
जेह्नो-दिल से शख्स जो बेदार है दर हकीकत वो ही खुदमुख्तार है आँख मूँदी आ गए वो सामने बीच अपने कब कोई दीवार है रूप-रंग उसका, महक उसकी अदा दिल…
सामने जो कहा नहीं होता तुमसे कोई गिला नहीं होता जो खफा है खफा नहीं होता हमने गर सच कहा नहीं होता अस्ल सूरत न जिससे हो ज़ाहिर वो कोई…