बुराइयों से निपटना
यहीं पे साँप हजारों दिखाई देते हैं इसी गली से गुज़रना बहुत ज़रूरी हैहज़ार खार चुभेंगे गुलों को चुनने में मगर ये काम भी करना बहुत ज़रूरी है
यहीं पे साँप हजारों दिखाई देते हैं इसी गली से गुज़रना बहुत ज़रूरी हैहज़ार खार चुभेंगे गुलों को चुनने में मगर ये काम भी करना बहुत ज़रूरी है
सबको आता नहीं कानून से लड़ने का हुनर आस मजबूर की इनसाफ़ पे ठहरी देखी
मुट्ठी से सरक गई यूँ धूप गर्म हवा मानो मिट्टी से नीम चुरा गई छिटकी रोशनी को सँभालते-सँभालते शाम वे कयामत सी आ रही।
वसंत है हवा में फिर गमगीनी क्यों सपाट दोपहर अलसाई किरणें क्यों वसंत है
अंजुरी में समेटना समंदर और उगाना बालू पर कमल गिनती तारों की रात भर देखना उल्का पिंड सहम कर
कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं जो अपनी माँ को खा जाते हैं माते! तेरे बहुत से सपूत इन दिनों कर रहे हैं तेरे नाम का कीर्तन। भारत माता अपनी खैर मना!